जब से हुई है शादी-Jab Se Hui Hai Shaadi Lyrics

जब से हुई है शादी-Jab Se Hui Hai Shaadi Lyrics

Song Details

Movie: Thanedaar

Singer/Singers: Amit Kumar

Music Director: Bappi Lahiri

Lyricist: Raj Sippy, Sameer

Actors/Actresses: Sanjay Dutt, Madhuri Dixit

Year/Decade: 1990

Music Label: T-Series



Song Lyrics in English

Jab Se Huyi Hai Shadi Ansu Baha Raha Hu
Aafat Gale Padi Hai Usko Nibha Raha Hu
Jab Se Huyi Hai Shadi Aansu Baha Raha Hu
Aafat Gale Padi Hai Usko Nibha Raha Hu
Jab Se Huyi Hai Shadi Aansu Baha Raha Hu
Aafat Gale Padi Hai Usko Nibha Raha Hu

Biwi Mili Hai Aisi Wo Kam Kya Karegi Wo Lux Me Naha Kar
Khushbu Me Tar Rehegi Chapa Chap
Biwi Mili Hai Aisi Woh Kam Kya Karegi
Woh Lux Me Naha Kar Khushbu Me Tar Rehegi
Tukade Bache Huye Hai Unse Naha Raha Hu
Aafat Gale Padi Hai Usako Nibha Raha Hu
Barah Baje Ghadi Madam Ji So Rahi Hai
Bacho Ki Fauj Aake Meri Jaan Ko Ro Rahi Hai
Barah Baje Ghadi Madam Ji So Rahi Hai
Bacho Ki Fauj Aake Meri Jaan Ko Ro Rahi Hai
Bacho Ke Beech Baitha Bacho Ke Beech Baitha
Khana Paka Raha Hu
Aafat Gale Padi Hai Usko Nibha Raha Hu
Jab Se Huyi Hai Shadi Aansu Baha Raha Hu

Song Lyrics in Hindi

जब से हुई है शादी
आँसू बहा रहा हूँ
आफ़त गले पड़ी है
उसको निभा रहा हूँ

जब से हुई है शादी
आँसू बहा रहा हूँ
आफ़त गले पड़ी है
उसको निभा रहा हूँ
जब से हुई है शादी
आँसू बहा रहा हूँ
आफ़त गले पड़ी है
उसको निभा रहा हूँ

बीवी मिली है ऐसी
वो काम क्या करेगी
वो लक्स में नहा कर
खुश्बू में तार रहेगी ला ला ला…
च्चपा च्चप
बीवी मिली है ऐसी
वो काम क्या करेगी
वो लक्स में नहा कर
खुश्बू में तार रहेगी
टुकड़े बचे हुए हैं
टुकड़े बचे हुए हैं
उनसे नहा रहा हूँ
आफ़त गले पड़ी है
उसको निभा रहा हूँ
जब से हुई है शादी
आँसू बहा रहा हूँ
आफ़त गले पड़ी है
उसको निभा रहा हूँ

बारह बजे घड़ी में,
मेडम जी सो रही है
बच्चो की फौज आके
मेरी जान को रो रही है
बारह बजे घड़ी में,
मेडम जी सो रही है
बच्चो की फौज आके
मेरी जान को रो रही है
बच्चो के बीच बैठा
बच्चो के बीच बैठा
खाना पका रहा हूँ
आफ़त गले पड़ी है
उसको निभा रहा हूँ
जब से हुई है शादी
आँसू बहा रहा हूँ
आफ़त गले पड़ी है
उसको निभा रहा हूँ

सोई है वो पलंग पर,
सर दर्द के बहाने
किस की मज़ाल है
जो जाए उसे जगाने
सोई है वो पलंग पर,
सर दर्द के बहाने
किस की मज़ाल है
जो जाए उसे जगाने

यारो बुरा ना मानो मैं
सर दबा रहा हूँ
आफ़त गले पड़ी है
उसको निभा रहा हूँ
जब से हुई है शादी
आँसू बहा रहा हूँ
आफ़त गले पड़ी है
उसको निभा रहा हूँ

दुनिया को ये पता है
बेगम का मैं हूँ सोहर
इस घर का मैं था मलिक
अब बन गया हूँ नौकर
जाई गोविंदूंम, जाई गोपालम
जाई गोविंदूंम, जाई गोपालम
भाज गोविंदूंम, भाज गोपालम
जाई गोविंदूंम, जाई गोपालम

दुनिया को ये पता है
बेगम का मैं हूँ सोहर
इस घर का मैं था मलिक
अब बन गया हूँ नौकर
बिस्तर लगा रहा हूँ
बिस्तर लगा रहा हूँ,
चादर बिछा रहा हूँ
आफ़त गले पड़ी है
उसको निभा रहा हूँ
जब से हुई है शादी
आँसू बहा रहा हूँ
आफ़त गले पड़ी है
उसको निभा रहा हूँ

कुवे में कूद के मार जाना
यार तुम शादी मत करना
शादी है बर्बादी दी दी थे एंड
शेर था चूहा हो गया.

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