चलो फिर से मिलते हैं-Shayad Phir Se शायद फिर से Lyrics in Hindi

Song Details

Singer/Singers: Rahul Vaidya

Lyrics: Kirat Gill

Music: Barrel

Guitar: Arbaz Khan

Flute: Varad Kathapurkar

Music Supervisor / Mix / Master: Tosief Shaikh

Music Label: Nupur Audio



Song Lyrics in English

 

Chalo Fir Se Milte Hai
Ikraar Karne Ko
Jo Baatein Adhoori Reh Gayi Thi
Usey Izhaar Karne Ko
Chalo Fir Se Milte Hai

Jo Bhi Humse Gustaakhi Hui
Chalo Bhool Ke Ab Bas Pyaar Kare
Tum Shamon Mein Fir Sun Ne Aao
Fir Ishq Pade Gulzaar Bane

Bahot Krli Baatein Logon Ne
Bas Ab Or Na Ho Deri
Bahot Ab Beet Liye Saavan
Fir Us Hawa Se Milte Hai

Jahan Pehli Baar Gale Mile
Us Jagah Pe Milte Hain
Shayad Fir Se Dil Mil Jaye
Us Wajah Se Milte Hain

Jahan Pehli Baar Gale Mile
Us Jagah Pe Milte Hain
Shayad Fir Se Dil Mil Jaye
Us Wajah Se Milte Hain

Dekh Ke Sitaaro Ko
Fir Se Un Bahaaro Ko
Dil Ke Bimaaro Ko
Dava Di Jaye

Fir Se Muskurate Hai Chal
Chand Ko Bulate Hai
Hatho Ko Mila Ke Fir
Dua Ki Jaye

Baat Itni Si Hi To Thi
Baat Ko Yahi Chhodte Hai
Kirat Se Fir Se Pyaar Ho Jaye
Bas Us Tarah Se Milte Hai

Jahan Pehli Baar Gale Mile
Us Jagah Pe Milte Hain
Shayad Fir Se Dil Mil Jaye
Us Wajah Se Milte Hain

Song Lyrics in Hindi

चलो फिर से मिलते हैं
इकरार करने को
जो बातें अधूरी रह गयी थी
उसे इज़हार करने को
चलो फिर से मिलते हैं

जो भी हमसे गुस्ताखी हुई
चलो भूल के अब बस प्यार करें
तुम शामों में फिर सुनने आओ
फिर इश्क़ पड़े गुलज़ार बने

बहुत करली बातें लोगों में
बस अब और ना हो देरी
बहुत अब बीत लिए सावन
फिर उस हवा से मिलते हैं

जहाँ पहली बार गले मिले
उस जगह पे मिलते हैं
शायद फिर से दिल मिल जाए
उस वजह से मिलते हैं

जहाँ पहली बार गले मिले
उस जगह पे मिलते हैं
शायद फिर से दिल मिल जाए
उस वजह से मिलते हैं

देख के सितारों को
फिर से उन बहारों को
दिल के बीमारों को दावा दी जाए

फिर से मुस्कुराते हैं चल
चाँद को बुलाते हैं
हाथों को मिला के फिर
दुआ की जाए

बात इतनी सी ही तो थी
बात को यही छोड़ते हैं
किरत से फिर से प्यार हो जाए
बस उस तरह से मिलते हैं

जहाँ पहली बार गले मिले
उस जगह पे मिलते हैं
शायद फिर से दिल मिल जाए
उस वजह से मिलते हैं
हो हो हो..

पहले तो चुप से रहेंगे
फिर धीमें से बोलेंगे
काँधे पे सर रख उनके
बहाने से रो लेंगे

वो थोड़ा-थोड़ा लड़ते रहेंगे
पर बिछड़ने का डर भी रहेगा
होंठों से शिकवे किए जो सब
आंसुओं से धोलेंगे

जले पन्नों की कहानी को
सुनाने का मौक़ा तो दो
ये मौक़े दिल को जोड़ के जो
बस एक दफ़ा ही मिलते हैं

जहाँ पहली बार गले मिले
उस जगह पे मिलते हैं
शायद फिर से दिल मिल जाए
उस वजह से मिलते हैं

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