ना किसी पे जुल्म हो अन्याय हो ना फिर कभी-Bando Pe Apne Ae Daata Song Lyrics

ना किसी पे जुल्म हो अन्याय हो ना फिर कभी-Bando Pe Apne Ae Daata Song Lyrics

Song Details

Movie: Hulchul

Singer/Singers: Sonu Nigam, Alka Yagnik, Kumar Sanu

Music Director: Anu Malik

Lyricist: Indeevar, Faiz Anwar, M.G. Hashmat, Abhilasha

Actors/Actresses: Vinod Khanna, Ajay Devgn, Kajol, Ronit Roy, Kader Khan

Year/Decade: 1995

Music Label: Saregama



Song Lyrics in English

Na Kisi Pe Zulm Ho Anyay Ho Na Phir Kabhi
Zindagi Ko Tarse Na Maalik Kisi Ki Zindagi
Maalik Kisi Ki Zindagi
Bando Pe Apne Ae Daata
Itna Tu Itna Upkar Kar Bando Pe Apne Ae Daata
Itna Tu Itna Upkar Kar, Nekio Ko Jeet Le Hum
Nekio Ko Jeet Le Hum, Har Badi Ko Haar Kar
Bando Pe Apne Ae Daata Itna Tu Itna Upkar Kar

Na Kisi Pe, Na Kisi Pe Zulm Ho
Anyay Ho Na Phir Kabhi, Zindagi Ko Tarse Na
Maalik Kisi Ki Zindagi, Maalik Kisi Ki Zindagi
Hum Sabhi Hai Teri Rachna, Sab Ka Tu Uddhar Kar
Nekio Ko Jeet Le Hum, Nekio Ko Jeet Le Hum
Har Badi Ko Haar Kar, Bando Pe Apne Ae Daata
Itna Tu Itna Upkar Kar

Nek Ho Sabka Chalan Koi Na Padhkar Ho
Nafrato Ke Is Jahan Mein Sabke Dil Mein Pyar Ho
Nafrato Ke Is Jahan Mein Sabke Dil Mein Pyar Ho
Sabke Dil Mein Pyar Ho, Dharti Ke Seene Se Daata
Paapo Ka Halka Bhar Kar, Nekio Ko Jeet Le Hum
Nekio Ko Jeet Le Hum, Har Badi Ko Haar Kar
Bando Pe Apne Ae Daata Itna Tu Itna Upkar Kar

Song Lyrics in Hindi

ना किसी पे जुल्म हो अन्याय हो ना फिर कभी
जिंदगी को तरसे ना मालिक किसी की जिंदगी
मालिक किसी की जिंदगी
बंदो पे अपने ऐ दाता
इतना तू इतना उपकार कर बंदो पे अपने ऐ दाता
इतना तू इतना उपकार कर, नेकिओं को जीत ले हम
नेकिओं को जीत ले हम, हर बदी को हार कर

बंदी पे अपने ऐ दाता इतना तू इतना उपकार कर

ना किसी पे, ना किसी पे ज़ुल्म हो
अन्याय हो ना फिर कभी, जिंदगी को तरसे ना
मालिक किसी की जिंदगी, मालिक किसी की जिंदगी
हम सभी है तेरी रचना, सब का तू उद्घार कर
नेकिओं को जीत ले हम, नेकिओं को जीत ले हम
हर बदी को हार कर, बंदो पे अपने ऐ दाता
इतना तू इतना उपकार कर

दुश्मनी हो ना किसी से ना किसी से बैर हो
पूरा जग एक घर हो जिसमे कोई भी ना गैर हो
पूरा जग एक घर हो जिसमे कोई भी ना गैर हो
कोई भी ना गैर हो, एक हीं परिवार सा तू
सार ये संसार कर, नेकिओं को जीत ले हम
नेकिओं को जीत ले हम, हर बदी को हार कर
बंदो पे अपने ऐ दाता इतना तू इतना उपकार कर

नेक हो सबका चलन कोई ना पध्कार हो
नफरतों के इस जहां में सबके दिल में प्यार हो
नफरतों के इस जहां में सबके दिल में प्यार हो
सबके दिल में प्यार हो, धरती के सीने से दाता
पापो का हल्का भर कर, नेकिओं को जीत ले हम
नेकिओं को जीत ले हम, हर बदी को हार कर

बंदो पे अपने ऐ दाता इतना तू इतना उपकार कर

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