बरसात का मौसम यहाँ हम यहाँ तुम-Tumsa Koi Pyara Koi Masum Nahi Hai Song Lyrics

बरसात का मौसम यहाँ हम यहाँ तुम-Tumsa Koi Pyara Koi Masum Nahi Hai Song Lyrics

Song Details

Movie: Khuddar

Singer/Singers: Kumar Sanu, Alka Yagnik, Sonu Nigam

Music Director: Anu Malik

Lyricist:Iqbal Durrani

Actors/Actresses: Govinda, Karisma Kapoor, Kader Khan, Anjana Mumtaz, Shakti Kapoor

Year/Decade: 1994

Music Label: Tips Music



Song Lyrics in English

Barsat Ka Mausam Yaha Hum Yaha Tum
Sajni Ko Mil Gaye Sajan Sajan Sajan

Tumsa Koi Pyara Koi Masum Nahi Hai
Kya Chiz Ho Tum Khud Tumhe Malum Nahi Hai
Lakho Hai Magar Tumsa Yaha Kaun Hasi Hai
Tum Jan Ho Meri Tumhe Malum Nahi Hai
Tumsa Koi Pyara Koi Masum Nahi Hai
Kya Chiz Ho Tum Khud Tumhe Malum Nahi Hai
Lakho Hai Magar Tumsa Yaha Kaun Hasi Hai
Tum Jan Ho Meri Tumhe Malum Nahi Hai
Tumsa Koi Pyara Koi Masum Nahi Hai
Kya Chiz Ho Tum Khud Tumhe Malum Nahi Hai
Tumsa Koi Pyara Koi Masum Nahi Hai
Kya Chiz Ho Tum Khud Tumhe Malum Nahi Hai

बरसात का मौसम यहाँ हम यहाँ तुम
सजनी को मिल गए
साजन साजन साजन

तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम नहीं है
क्या चीज़ हो तुम
खुद तुम्हें मालूम नहीं है
लाखो है मगर तुमसे यहाँ
कौन हसीं है तुम जान हो
मेरी तुम्हें मालूम नहीं

तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम नहीं है
क्या चीज़ हो तुम खुद तुम्हें मालूम नहीं है

सौ फूल खिले जब ये खिला रूप सुनहरा
सौ चाँद बने जब ये बात चाँद सा चेहरा
हो.. सौ फूल खिले जब ये खिला रूप सुनहरा
सौ चाँद बने जब ये बात चाँद सा चेहरा
इतना भी कोई प्यार की राहों में ना घूम हो
बस होश है इतना मेरे साथ में तुम हो
मेरे साथ में तुम हो, मेरे साथ में तुम हो

हम्म.. धड़कन है कहीं दिल है कहीं जान कहीं है
तुम जान हो मेरी तुम्हें मालूम नहीं है
ये चाँदनी इन आँखों का साया तो नहीं है
क्या चीज़ हो खुद तुम्हें मालूम नहीं है

तुमसा कोई प्यारा कोई मासूम नहीं है
क्या चीज़ हो तुम खुद तुम्हें मालूम नहीं है

ये होठ ये पलके ये निगाहे ये अदाएं
मिल जाए खुदा मुझको तो मैं ले लूं बलाए
हो.. ये होठ ये पलके ये निगाहे ये अदाएं
मिल जाए खुदा मुझको तो मैं ले लूं बलाए

दुनिया का कोई भी ग़म मेरे पास न होगा
तुम साथ में चलोगे तो ये एहसास न होगा
एहसास न होगा, एहसास न होगा

हम्म.. आकाश है पैरों में हमारे के ज़मीन है
तुम जान हो मेरी तुम्हें मालूम नहीं
ऐसा कोई महबूब ज़माने में नहीं है
क्या चीज़ हो तुम खुद तुम्हें मालूम नहीं है
लाखो है मगर तुमसे यहाँ कौन हंसी है
तुम जान हो मेरी तुम्हें मालूम नहीं

तुमसा कोई प्यारा कोई मासुम नहीं है
क्या चीज़ हो खुद तुम्हें मालूम नहीं है

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