शीशा चाहे टूट भी जाए-Sheesha Chahe Toot Bhi Jaaye Lyrics

शीशा चाहे टूट भी जाए-Sheesha Chahe Toot Bhi Jaaye Lyrics

Song Details

Movie: Tum Mere Ho

Singer/Singers: Udit Narayan

Music Director: Anand Milind

Lyricist: Majrooh Sultanpuri

Actors/Actresses: Juhi Chawla, Aamir Khan

Year/Decade: 1990

Music Label: Tips Music



Song Lyrics in English

Oh O O O Shisa Chahe Tut Bhi Jaye, Dil Na Kisi Ka Tutne Paaye
Shisa Chahe Tut Bhi Jaye, Dil Na Kisi Ka Tutne Paaye
Shisa To Fir Mil Jata Hai
Dil Nahi Vo Chiz, Jo Bazar Me Mil Jaye
Ye Nahi Vo Phul Jo Fir, Baag Me Khil Jaye
Dil Nahi Vo Chiz, Jo Bazar Me Mil Jaye
Ye Nahi Vo Phul Jo Fir, Baag Me Khil Jaye

Jao Khushi Se Tum Chale Jana, Ek Gujarish Kare Ye Diwana
Jao Khushi Se Tum Chale Jana, Ek Gujarish Kare Ye Diwana
Thahro Jara Mai Hosh Me Aa Lu Tukade Dil Ke Chun Ke Utha Lu
Na Koi Tukada Tumko Kahi Chubh Jaye
Na Koi Tukada Tumko Kahi Chubh Jaye
Shisa To Fir Mil Jata Hai
Dil Nahi Vo Chiz, Jo Bazar Me Mil Jaye
Ye Nahi Vo Phul Jo Fir, Baag Me Khil Jaye
Dil Nahi Vo Chiz, Jo Bazar Me Mil Jaye
Ye Nahi Vo Phul Jo Fir, Baag Me Khil Jaye

शीशा चाहे टूट भी जाए
दिल न किसी का टूटने पाए
शीशा चाहे टूट भी जाए
दिल न किसी का टूटने पाए

शीशा तो फिर मिल जाता है
दिल नहीं वो चीज़
जो बाजार में मिल जाए
यह नहीं वो फूल
जो फिर बाग़ में खिल जाए

दिल नहीं वह चीज़
जो बाजार में मिल जाए
यह नहीं वह फूल
जो फिर बाग़ में खिल जाए

जाओ ख़ुशी से तुम चले जाना
एक गुजारिश करे ये दीवाना
जाओ ख़ुशी से तुम चले जाना
एक गुजारिश करे यह दीवाना
ठहरो
टुकड़े दिल के चुन के उठा लूँ
न कोई टुकड़ा तुम को कहीं चुभ जाए
न कोई टुकड़ा तुम को कहीं चुभ जाए
शीशा तो फिर मिल जाता है

दिल नहीं वह चीज़
जो बाजार में मिल जाए
यह नहीं वह फूल
जो फिर बाग़ में खिल जाए
दिल नहीं वह चीज़
जो बाजार में मिल जाए
यह नहीं वह फूल
जो फिर बाग़ में खिल जाए

रुकिए जरा सा खुद को संभालु
ऐसा न हो कहीं जान गँवा लून
रुकिए जरा सा खुद को संभालु
ऐसा न हो कहीं जान गँवा लून
बस हम को तो आप का है ग़म
अपना क्या है रहे न रहे हम
बाद में इल्ज़ाम तुम पे नहीं आजाये
बाद में इल्ज़ाम तुम पे नहीं आजाये

शीशा तो फिर मिल जाता है
दिल नहीं वह चीज़
जो बाजार में मिल जाए
यह नहीं वह फूल
जो फिर बाग़ में खिल जाए

शीशा चाहे टूट भी जाए
दिल न किसी का टूटने पाए

शीशा तो फिर मिल जाता है
दिल नहीं वह चीज़
जो बाजार में मिल जाए
यह नहीं वह फूल
जो फिर बाग़ में खिल जाए
दिल नहीं वह चीज़
जो बाजार में मिल जाए
यह नहीं वह फूल
जो फिर बाग़ में खिल जाए.

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