रोमांटिक शायरी हिंदी में Love Shayari in

 

सौ रंग है किस रंग से तस्वीर बनाऊँ
मेरे तो कई रूप हैं किस रूप में आऊँ

क्यूँ आ के हर इक शख़्स मिरे ज़ख़्म कुरेदे
क्यूँ मैं भी हर इक शख़्स को हाल अपना सुनाऊँ

क्यूँ लोग मुसिर हैं कि सुनें मेरी कहानी
ये हक़ मुझे हासिल है सुनाऊँ कि छुपाऊँ

इस बज़्म में अपना तो शनासा नहीं कोई
क्या कर्ब है तन्हाई का मैं किस को बताऊँ

कुछ और तो हासिल न हुआ ख़्वाबों से मुझ को
बस ये है कि यादों के दर-ओ-बाम सजाऊँ

बे-क़ीमत-ओ-बे-माया इसी ख़ाक में यारो
वो ख़ाक भी होगी जिसे आँखों से लगाऊँ

किरनों की रिफ़ाक़त कभी आए जो मयस्सर
हम-राह मैं उन के तिरी दहलीज़ पे आऊँ

ख़्वाबों के उफ़ुक़ पर तिरा चेहरा हो हमेशा
और मैं उसी चेहरे से नए ख़्वाब सजाऊँ

रह जाएँ किसी तौर मेरे ख़्वाब सलामत
इस एक दुआ के लिए अब हाथ उठाऊँ

– अतहर नफ़ीस

रोमांटिक शायरी Love Shayari in Hindi- बूंदों की तरह छत से टपकते हुए आ जाओ

बूंदों की तरह छत से टपकते हुए आ जाओ
बरसात का मौसम है बरसते हुए आ जाओ

ख़ुश्बू हो तो झोंके की तरह फूल से निकलो
दिल हो तो मिरी जान धड़कते हुए आ जाओ

दो गाम पे मय-ख़ाना है दफ़्तर से निकल कर
इस भीगते मौसम में टहलते हुए आ जाओ

मौसम के बहाने गुल-ओ-गुलज़ार निकल आए
तुम भी कोई बहरूप बदलते हुए आ जाओ

-जावेद सबा

रोमांटिक शायरी Love Shayari in Hindi- न तुम ज़बाँ से जवाब देना

न तुम ज़बाँ से जवाब देना
जो दे सको तो गुलाब देना

न कह सको तो, तो ऐसा करना
कि फूल रख कर किताब देना

न मैं मोहब्बत में तुम से लूँगी
न तुम ही मुझ को हिसाब देना

मरी तरफ़ से भी ले के जाना
ये फूल उन की जनाब देना

-नील अहमद

रोमांटिक शायरी Love Shayari in Hindi- ढल चुकी रात मुलाक़ात कहाँ सो जाओ

ढल चुकी रात मुलाक़ात कहाँ सो जाओ
सो गया सारा जहाँ सारा जहाँ सो जाओ

सो गए वहम-ओ-गुमाँ वहम-ओ-गुमाँ सो जाओ
सो गया दर्द-ए-निहाँ दर्द-ए-निहाँ सो जाओ

कब तलक दीदा-ए-नम दीदा-ए-नम दीदा-ए-नम
कब तलक आह-ओ-फ़ुग़ाँ आह-ओ-फ़ुग़ाँ सो जाओ

आह अब टूट चला टूट चला टूट चला
आह ये रिश्ता-ए-जाँ रिश्ता-ए-जाँ सो जाओ

उठ चले दिल के मकीं दिल के मकीं दिल के मकीं
लुट गया सारा मकाँ सारा मकाँ सो जाओ

-जावेद कमाल रामपुरी

रोमांटिक शायरी Love Shayari in Hindi- सुला कर तेज़ धारों को किनारो तुम न सो जाना

सुला कर तेज़ धारों को किनारो तुम न सो जाना
रवानी ज़िंदगानी है तो धारो तुम न सो जाना

मुझे तुम को सुनानी है मुकम्मल दास्ताँ अपनी
अधूरी दास्ताँ सुन कर सितारो तुम न सो जाना

तुम्हारे दाएरे में ज़िंदगी महफ़ूज़ रहती है
निज़ाम-ए-बज़्म-ए-हस्ती के हिसारो तुम न सो जाना

तुम्हीं से जागता है दिल में एहसास-ए-रवा-दारी
क़याम-ए-रब्त-ए-बाहम के सहारो तुम न सो जाना

अगर नींद आ गई तुम को तो चश्मे सूख जाएँगे
कभी ग़फ़लत में पड़ कर कोहसारो तुम न सो जाना

तुम्हीं से बहर-ए-हस्ती में रवाँ है कश्ती-ए-हस्ती
अगर साहिल भी सो जाएँ तो धारो तुम न सो जाना

सदा-ए-दर्द की ख़ातिर तुम्हें ‘कौसर’ ने छेड़ा है
शिकस्ता-साज़ के बेदार तारो तुम न सो जाना

-कौसर सीवानी

Song Lyrics in English

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