हम्म.. बसात के मौसम में-Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics

हम्म.. बसात के मौसम में-Barsaat Ke Mausam Mein Lyrics

Song Details

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Song Lyrics in English

Hmm.. Barasaat Ke Mausam Mein
Hmm..
Tanhayi Ke Aalam Mein
Hmm..

Barasaat Ke Mausam Mein
Tanhayi Ke Aalam Mein
Main Ghar Se Nikal Aaya
Botal Bhi Uthaa Laaya

Hmm.. Barasaat Ke Mausam Mein
Hmm..
Tanhayi Ke Aalam Mein
Hmm..

Barasaat Ke Mausam Mein
Tanhayi Ke Aalam Mein
Main Ghar Se Nikal Aaya
Botal Bhi Uthaa Laaya

(Abi Zindaa Huun To Ji Lene Do
Ji Lene Do
Bhari Barasaat Mein Pi Lene Do) X 4 times

Song Lyrics in Hindi

हम्म.. बसात के मौसम में
हम्म..
तन्हाई के आलम में
हम्म..
बरसात के मौसम में
तन्हाई के आलम में
मैं घर से निकल आया
बोतल भी उठा लाया

अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो

हम्म.. बसात के मौसम में
हम्म..
तन्हाई के आलम में
हम्म..

बरसात के मौसम में
तन्हाई के आलम में
मैं घर से निकल आया
बोतल भी उठा लाया

अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो

मुझे टुकड़ों में नहीं जीना है
क़तरा क़तरा तो नहीं पीना है
हो.. मुझे टुकड़ों में नहीं जीना है
क़तरा क़तरा तो नहीं पीना है
हो आज पैमाने हटा दो यारों
हाँ.. सारा मैकाना पिला दो यारों

मैकदों में तो पीया करता हूँ
मैकदों में तो पीया करता हूँ
चलती राहों में भी पि लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो

मेरे दुश्मन हैं ज़माने के गम
बाद पिने के ये होंगे काम
मेरे दुश्मन हैं ज़माने के गम
बाद पिने के ये होंगे काम
हो.. ज़ुल्म दुनिया के न सह पायूंगा
बिन पिए आज न रह पायूंगा

मुझे हालात से टकराना है
मुझे हालात से टकराना है
ऐसे हालात में पि लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो

आज की शाम बड़ी बोझल है
आज की रात बड़ी क़ातिल है
आज की श्याम बड़ी बोझल है
आज की रात बड़ी क़ातिल है
हो.. आज की श्याम ढलेगी कैसे
हाँ.. आज की रात कटेगी कैसे

आग से आग बुझेगी दिल की
आग से आग बजेगी दिल की
मुझे ये आग भी पि लेने दो
अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो

हम्म.. बसात के मौसम में
हम्म..
तन्हाई के आलम में
हम्म..

बरसात के मौसम में
तन्हाई के आलम में
मैं घर से निकल आया
बोतल भी उठा लाया

(अभी ज़िंदा हूँ तो जी लेने दो
जी लेने दो
भरी बरसात में पि लेने दो) x 4

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